पीरियड पेन से आराम पाने के 15 उपाय (Period Pain Relief Tips in Hindi)

Last Updated At : 24-Apr-2025 04:37 pm (IST)
पीरियड पेन से आराम पाने के 15 उपाय (Period Pain Relief Tips in Hindi)

क्या आप जानते हैं कि 50% से ज़्यादा महिलाओं को हर महीने पीरियड्स के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है? इसे पीरियड क्रैम्प्स या डिसमेनोरिया कहते हैं। यह दर्द तब होता है जब गर्भाशय सिकुड़ता है और अपनी परत को बाहर निकालता है। इससे पेट, पीठ, कमर और जांघों में दर्द हो सकता है।

पीरियड पेन से राहत पाने के लिए कुछ आसान उपाय हैं। गर्म पानी की बोतल से सिकाई करें, हल्की एक्सरसाइज करें, और अदरक या पुदीने की चाय पिएं। ये तरीके दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। अगर आपके पीरियड्स अनियमित हैं और दर्द अधिक होता है, तो यह PCOS का संकेत हो सकता है। आयुर्वेद के सहारे आप अपने पीरियड्स को मैनेज कर सकते है |

इस ब्लॉग में, हम पीरियड पेन से आराम पाने के 15 आसान और असरदार उपाय बताएँगे। ये उपाय घर पर आज़माने में बहुत आसान हैं और आपको बेहतर महसूस करा सकते हैं।

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इन 15 टिप्स को अपनाकर पीरियड के दर्द से छुटकारा पाए |

1. गुनगुने पानी से सिकाई करें (Use a Hot Water Bag)

अगर पेट या पीठ में दर्द हो, तो गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड लगाने से आराम मिलता है।आप गर्म पानी से नहा भी सकते हैं, यह पूरे शरीर को आराम देता है और आपको अच्छा महसूस होता है। सिकाई को 10-15 मिनट तक करें और जरूरत महसूस हो, तो दिन में दो-तीन बार दोहराएं। 

2. हर्बल चाय पिएं (Drink Herbal Tea)

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पीरियड्स के दौरान अदरक, तुलसी और कैमोमाइल टी पीने से दर्द और ऐंठन में राहत मिलती है। अदरक वाली चाय शरीर को गर्म रखती है और सूजन कम करने में मदद करती है। तुलसी में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को शांत करते हैं और मूड को अच्छा बनाते हैं। 

3. हल्की एक्सरसाइज़ करें (Do Light Exercise & Yoga)

अगर आपको पीठ या गर्दन में दर्द हो रहा है, तो हल्की एक्सरसाइज़ और योग करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। भुजंगासन, बालासन और सुप्त बद्ध कोणासन जैसे योगासन करने से शरीर लचीला बनता है और मांसपेशियों का तनाव कम होता है। हल्की स्ट्रेचिंग करने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है, जिससे दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है।

4. पानी ज्यादा पिएं (Stay Hydrated)

दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना बहुत जरूरी है। पानी पीने से शरीर में जमा गंदे टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, जिससे हम स्वस्थ और ऊर्जावान महसूस करते हैं। अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए, तो थकान, सिरदर्द और कमजोरी हो सकती है। पानी पीने से सूजन भी कम होती है और शरीर हल्का महसूस होता है। 

5. मसाज थेरेपी अपनाएं (Massage Therapy for Cramps)

अगर पेट में दर्द या ऐंठन हो, तो हल्के हाथों से मालिश करना बहुत फायदेमंद होता है। सरसों या नारियल तेल में अजवाइन या अदरक मिलाकर पेट की धीरे-धीरे मालिश करें। अजवाइन और अदरक के गुण शरीर को गर्मी देते हैं, जिससे ऐंठन जल्दी ठीक होती है। नियमित मालिश से आराम महसूस होता है।

6. मैग्नीशियम युक्त आहार लें (Eat Magnesium-Rich Foods)

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अगर आपके शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो जाती है, तो मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द होने लगता है। मैग्नीशियम मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और ऐंठन को कम करता है। केला खाना बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसमें भरपूर मैग्नीशियम होता है। पालक भी एक बेहतरीन विकल्प है। ड्राई फ्रूट्स और बीज जैसे बादाम, अखरोट, सूरजमुखी और कद्दू के बीज खाने से शरीर को जरूरी पोषण मिलता है। 

7. आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन करें (Use Ayurvedic Herbs)

अगर आपके पीरियड्स अनियमित हैं या दर्द अधिक होता है, तो आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन बहुत फायदेमंद हो सकता है। अशोक, लोध्र, शतावरी और हल्दी जैसी जड़ी-बूटियाँ पीरियड्स को नियमित और दर्द रहित बनाती हैं। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और पंचकर्म थेरेपी पीरियड्स दर्द को जड़ से खत्म कर सकती हैं । इसके अलावा, कुछ अन्य आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ भी मदद कर सकती हैं:

  • भूतकेशी: यह मासिक धर्म के दौरान ऐंठन से राहत देने वाली एक बेहतरीन जड़ी-बूटी है। इसे 1-2 ग्राम पाउडर के रूप में उबलते पानी में मिलाकर, छानकर और शहद मिलाकर दिन में दो बार लें।

  • अजवाइन: यह मांसपेशियों को आराम देती है। दो कप पानी में दो चुटकी अजवाइन उबालें, जब यह आधा रह जाए, तो छानकर इसमें शहद मिलाएँ और पी लें।

  • गुड़: यह वात संतुलन में मदद करता है। मासिक धर्म से पहले गुड़ का सेवन फायदेमंद होता है।

  • घृतकुमारी (एलोवेरा): हर दिन एक गिलास एलोवेरा जूस पीना पीरियड्स के दर्द से राहत दिलाने का एक अच्छा तरीका है।

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8. सही डाइट लें (Eat a Balanced Diet)

अच्छी सेहत के लिए हमें संतुलित आहार लेना बहुत ज़रूरी है। ताजे फल और हरी सब्जियां शरीर को ज़रूरी विटामिन और मिनरल्स देते हैं, जो हमें बीमारियों से बचाते हैं। दही पेट के लिए अच्छा होता है और पाचन को मजबूत बनाता है। हेल्दी फैट, जैसे बादाम और अखरोट, दिमाग को तेज़ बनाते हैं और शरीर को ताकत देते हैं। 

9. भरपूर नींद लें (Get Enough Sleep)

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रात में 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना बहुत जरूरी है। अच्छी नींद लेने से शरीर को आराम और ऊर्जा मिलती है, जिससे पीरियड्स का दर्द कम हो सकता है।

नींद के फायदे:

  • तनाव कम होता है, जिससे दर्द और चिड़चिड़ापन नहीं बढ़ता।

  • हार्मोन संतुलित रहते हैं, जिससे मासिक धर्म चक्र सही रहता है।

  • मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे ऐंठन कम होती है।

  • सूजन घटती है, जिससे पेट और पीठ का दर्द कम होता है।

  • ऊतक जल्दी ठीक होते हैं, जिससे शरीर जल्दी रिकवर करता है।

  • दर्द सहने की क्षमता बढ़ती है, जिससे तकलीफ कम महसूस होती है।

10. डीप ब्रीदिंग और मेडिटेशन करें (Try Deep Breathing & Meditation)

हर दिन 10-15 मिनट गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज़ करना बहुत फायदेमंद होता है। यह तनाव को कम करता है और शरीर को रिलैक्स करने में मदद करता है। 

इस एक्सरसाइज़ को करने के लिए, बस किसी शांत जगह पर बैठ जाएं। अपनी आँखें बंद करें और धीरे-धीरे गहरी सांस लें। सांस को पेट तक भरें और पाँच सेकंड तक रोककर रखें। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें और आराम महसूस करें। 

11. हल्दी वाला दूध पिएं (Drink Turmeric Milk)

हल्दी वाला दूध पीने से शरीर को कई फायदे होते हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। अगर आपको मांसपेशियों में ऐंठन होती है, तो यह दूध राहत दिला सकता है। 

कैसे बनाएं:

  • एक कप दूध (डेयरी या पौधे आधारित) लें और धीमी आंच पर गर्म करें।

  • इसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर, थोड़ी दालचीनी और एक चुटकी काली मिर्च डालें।

  • स्वादानुसार शहद मिलाएं और सोने से पहले पिएं।

12. कैफीन और सॉफ्ट ड्रिंक्स से बचें (Avoid Caffeine & Soft Drinks)

अगर आपको पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द होता है, तो कैफीन से बचना जरूरी है। चाय, कॉफी, सोडा और एनर्जी ड्रिंक्स ऐंठन को और बदतर बना सकते हैं। खासतौर पर लैटे और कॉफी पीना बंद करें। पीरियड्स से पहले और उसके दौरान कैफीन का सेवन न करें। 

13. ज्यादा नमक और शुगर न लें (Reduce Salt & Sugar Intake)

बहुत ज्यादा नमक खाने से शरीर में सोडियम बढ़ जाता है, जिससे शरीर में पानी जमा होने लगता है और पेट फूलने लगता है। इससे आपको भारीपन और थकान महसूस हो सकती है। ज्यादा चीनी खाने से ब्लड शुगर तेजी से ऊपर-नीचे होती है, जिससे मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। 

14. अदरक और अजवाइन का काढ़ा पिएं (Drink Ginger & Ajwain Tea)

अदरक और अजवाइन की चाय एक प्राकृतिक उपाय है जो पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करती है। इसमें मौजूद सूजनरोधी और दर्द निवारक गुण मांसपेशियों को आराम देते हैं और गर्भाशय की ऐंठन को कम करते हैं। हल्का गर्म काढ़ा पीने से तुरंत राहत मिलती है और पाचन भी बेहतर होता है।

  •  अदरक – सूजन को कम करता है, मांसपेशियों को आराम देता है और पीरियड्स के दर्द से राहत दिलाता है।

  • अजवाइन – ऐंठन को कम करता है, पाचन सुधारता है और सूजन को घटाता है।

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15. पाचन सुधारें (Improve Digestion for Less Pain)

अगर आपका पाचन सही रहेगा, तो पेट दर्द, गैस और सूजन की समस्या कम होगी। इसलिए हमेशा हल्का और सुपाच्य भोजन करें। फाइबर से भरपूर खाना, जैसे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज, पाचन को मजबूत बनाते हैं। दिनभर में भरपूर पानी पिएं, क्योंकि पानी पाचन क्रिया को सुचारू रखता है। आइये अब हम जानेंगे पीरियड्स के दर्द काम करके का कुछ गरेलु उपाय के बेरमे।  

पीरियड्स के दर्द के लिए योग और व्यायाम (Best Yoga & Exercises for Period Pain Relief)

पीरियड्स के दौरान कई लड़कियों और महिलाओं को पेट, कमर और कूल्हों में दर्द होता है। यह दर्द अक्सर पीरियड्स शुरू होने से पहले और पहले दिन सबसे ज्यादा होता है। लेकिन घबराएं नहीं, क्योंकि योग और हल्के व्यायाम से इस दर्द से राहत मिल सकती है।

पीरियड्स के पहले कुछ दिनों में शरीर में ऊर्जा कम लगती है, खासकर जब ब्लीडिंग और दर्द ज्यादा हो। ऐसे में दौड़ने या भारी व्यायाम करने की जगह योग और सांस लेने के व्यायाम करना बेहतर है। योग न सिर्फ दर्द कम करता है, बल्कि तनाव घटाता है, शरीर को लचीला बनाता है और मांसपेशियों को मजबूत करता है।

कुछ आसान योग मुद्राएं जैसे कोबरा पोज़, कैट/काउ पोज़ और फिश पोज़ पीरियड्स के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं। इन्हें करने के लिए शरीर को गर्म रखना जरूरी है, जैसे नहाने के बाद। हर स्ट्रेच को 30 से 60 सेकंड तक करें, लेकिन दर्द होने पर ज्यादा न दबाएं।

  • कोबरा पोज़: पेट के बल लेटकर हाथों से शरीर को ऊपर उठाएं और गहरी सांस लें।

  • कैट/काउ पोज़: हाथों और घुटनों के बल बैठकर पीठ को ऊपर-नीचे करें।

  • फिश पोज़: पीठ के बल लेटकर सिर को तकिए पर रखें और आराम से सांस लें।

आयुर्वेद में पीरियड्स दर्द का स्थायी समाधान (Ayurvedic Solutions for Long-Term Period Pain Relief)

पीरियड्स के दर्द और अनियमितताएं कई महिलाओं के लिए एक बड़ी समस्या होती हैं। आयुर्वेद इन समस्याओं को जड़ से ठीक करने का एक प्राकृतिक तरीका प्रदान करता है। आयुर्वेद के अनुसार, पीरियड्स से जुड़ी परेशानियां वात, पित्त और कफ दोषों के असंतुलन के कारण होती हैं। इन दोषों को संतुलित करके, पीरियड्स के दर्द और अनियमितताओं को स्थायी रूप से ठीक किया जा सकता है।

  • पंचकर्म थेरेपी आयुर्वेद का एक प्रभावी उपचार है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर हार्मोनल संतुलन को बहाल करती है। इसमें विरेचन (शुद्धिकरण), बस्ती (एनीमा), और अभ्यंग (तेल मालिश) जैसे उपचार शामिल हैं। ये उपचार पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं, ऊर्जा को बढ़ाते हैं, और तनाव से राहत दिलाते हैं। इससे पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द कम होता है और चक्र नियमित हो जाता है।

  • आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां भी बहुत फायदेमंद होती हैं। शतावरी, अशोक, और त्रिफला जैसी जड़ी-बूटियां हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद करती हैं। ये जड़ी-बूटियां रक्त परिसंचरण को सुधारती हैं और प्रजनन अंगों को मजबूत बनाती हैं।

  • सही आहार और जीवनशैली भी बहुत जरूरी हैं। गर्म और आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ, जैसे खिचड़ी और सूप, शरीर को पोषण देते हैं। योग और ध्यान तनाव को कम करते हैं और शरीर को संतुलित रखते हैं।

क्या आप हर महीने दर्द से परेशान हैं? Gynoveda की आयुर्वेदिक चिकित्सा अपनाएं और पीरियड्स दर्द को जड़ से खत्म करें!

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

1. पीरियड्स के दर्द को तुरंत कम करने के लिए सबसे अच्छा तरीका क्या है?

गर्म पानी की बोतल से पेट की सिकाई करें। यह मांसपेशियों को आराम देता है और दर्द को तुरंत कम करता है।

2. क्या गर्म पानी पीने से पीरियड्स पेन कम होता है?

हां, गर्म पानी पीने से शरीर की ऐंठन कम होती है और रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे दर्द में आराम मिलता है।

3. कौन-कौन से फूड्स पीरियड्स दर्द को बढ़ा सकते हैं?

प्रोसेस्ड फूड, चीनी, नमकीन स्नैक्स और कैफीन युक्त पेय दर्द को बढ़ा सकते हैं। इनसे बचना चाहिए।

4. क्या योग और एक्सरसाइज़ पीरियड्स दर्द को कम कर सकते हैं?

हां, योग और हल्की एक्सरसाइज़ एंडोर्फिन हार्मोन को बढ़ाती हैं, जो दर्द को कम करने में मदद करती हैं।

5. पीरियड्स में सबसे ज्यादा दर्द कब होता है और क्यों?

पीरियड्स के पहले दो दिन सबसे ज्यादा दर्द होता है क्योंकि गर्भाशय की परत टूटती है और संकुचन होता है।

6. क्या हर्बल टी पीरियड्स पेन को कम करने में मदद कर सकती है?

हां, अदरक, पुदीना या कैमोमाइल टी पीने से ऐंठन कम होती है और शरीर को आराम मिलता है।

7. पीरियड्स के दौरान कितनी मात्रा में पानी पीना सही होता है?

रोजाना 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और दर्द को कम करता है।

8. क्या पीरियड्स के दर्द के लिए आयुर्वेद में कोई स्थायी समाधान है?

हां, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और पंचकर्म थेरेपी दोषों को संतुलित करके दर्द का स्थायी समाधान प्रदान करती हैं।

9. क्या कैफीन (चाय/कॉफी) पीरियड्स दर्द को बढ़ा सकती है?

हां, कैफीन रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ती है, जिससे दर्द बढ़ सकता है। इससे बचना बेहतर है।

10. पीरियड्स के दौरान आरामदायक नींद के लिए क्या करें?

गर्म पानी से नहाएं, हर्बल टी पिएं और आरामदायक मुद्रा में सोएं। यह नींद को बेहतर बनाता है।

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