पीरियड में पेट दर्द कम करने के 10 घरेलू उपाय: आसान और असरदार

Reviewed by
Reviewed by Dr. Priyanka Tekale(MD Ayurveda, Panchkarma)
Last Updated At 2025-08-27T09:35:09.232Z
पीरियड में पेट दर्द कम करने के 10 घरेलू उपाय: आसान और असरदार

क्या आप भी हर महीने मासिक धर्म में दर्द से परेशान रहती हैं? ये दर्द कभी-कभी इतना तेज होता है कि रोज़ के काम करना भी मुश्किल हो जाता है। इस ब्लॉग में हम बताएंगे पीरियड में पेट दर्द कम करने के 10 बेहतरीन घरेलू उपाय, जैसे गर्म पानी की बोतल, हल्दी वाला दूध और अदरक की चाय। लेकिन इन उपायों को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।

हर महिला की बॉडी अलग होती है—अगर आपको बार-बार पीरियड्स में तेज़ दर्द होता है, तो Gynoveda के आयुर्वेदिक उपाय आज़माएँ और हार्मोनल बैलेंस वापस पाएं।

इन 10 आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों में छुपा है पीरियड्स के दर्द राहत का सरल रास्ता

हर महीने होने वाला तेज़ दर्द बहुत तकलीफ देता है। लेकिन चिंता मत कीजिए! इन 10 आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों में period pain relief in Hindi का आसान और असरदार तरीका छुपा है। ये नुस्खे आपके दर्द को कम करने में मदद करेंगे, वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के। आइए हम जानते है आगे इसके बारेमे।

1. गरम पानी की थैली: दर्द की सबसे आसान दवा 

मासिक धर्म में दर्द से राहत पाने का सबसे आसान और पुराना तरीका है गरम पानी की थैली का इस्तेमाल। 

  • इसे पेट या पीठ के निचले हिस्से पर रखने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। 

  • इससे ऐंठन और सूजन में तुरंत राहत मिलती है। थैली बहुत ज्यादा गर्म न हो, इसका ध्यान रखें। 

  • दिन में 2 से 3 बार 10 से 15 मिनट तक इसका उपयोग करें। यह सुरक्षित और सस्ता उपाय है।

2. अजवाइन का चमत्कारी काढ़ा 

दादी-नानी के जमाने से अजवाइन का काढ़ा महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है, खासकर जब बात हो पीरियड में पेट दर्द का घरेलू उपाय की।

  •  अजवाइन में ऐसे तत्व होते हैं जो गैस, सूजन और ऐंठन को कम करते हैं।

  •  एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन डालें, उसे अच्छे से उबालें और स्वादानुसार थोड़ा शहद मिला लें। दिन में दो बार इसका सेवन करें। 

  • यह न केवल पेट को राहत देता है बल्कि पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाता है।

3. हल्दी वाला दूध: सोने से पहले दर्द से छुटकारा 

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक है, जो मासिक धर्म के दौरान होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। 

  • यह उपाय खासकर उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है जो पीरियड में पेट दर्द का घरेलू उपाय खोज रही हैं।

  •  रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। 

  • यह शरीर को आराम देता है, मूड स्विंग को संतुलित करता है और थकान व नींद की समस्या में राहत पहुंचाता है।


blogImage

4. तुलसी-अदरक की चाय: दिन की शुरुआत बिना दर्द के 

तुलसी और अदरक दोनों ही प्राकृतिक औषधियाँ हैं जो पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और थकान को कम करने में बेहद असरदार मानी जाती हैं।

  •  ये शरीर की सूजन को घटाते हैं और हॉर्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करते हैं। 

  • एक कप पानी में 4–5 तुलसी के पत्ते और एक इंच कद्दूकस किया हुआ अदरक डालकर उबालें। 

  • इसे छानकर हल्का गर्म रहते हुए पिएं। इस चाय को दिन में दो बार पीने से शरीर को राहत मिलती है और ऊर्जा बनी रहती है।

5. योग और हल्की स्ट्रेचिंग: दवा नहीं, व्यायाम है असरदार 

बालासन, भुजंगासन और सुखासन जैसे सरल योगासन पीरियड्स के दौरान दर्द से राहत पाने के लिए बेहद असरदार माने जाते हैं। 

  • ये ना केवल ब्लड फ्लो को बेहतर बनाते हैं, बल्कि पेट की मांसपेशियों में खिंचाव को भी कम करते हैं। 

  • रोज़ाना घर पर केवल 10 मिनट की हल्की योग दिनचर्या अपनाकर आप दर्द और तनाव दोनों से निजात पा सकती हैं। 

  • जब योग को हर्बल उपायों के साथ जोड़ा जाए, तो यह संयोजन पीरियड की समस्याओं का स्थायी समाधान बन सकता है। 

blogImage

योग और हर्बल ट्रीटमेंट के कॉम्बिनेशन से पीरियड्स की समस्याओं को जड़ से ठीक करना संभव है। Gynoveda की डॉक्टर-डिज़ाइन की किट्स के बारे में जानें।

6. हाइड्रेशन: सादा पानी भी है दवा 

डिहाइड्रेशन से शरीर में ऐंठन, थकान और सूजन बढ़ सकती है, जो कि दर्द को और तकलीफदेह बना देती है। 

  • इसीलिए पीरियड में पेट दर्द का घरेलू उपाय के रूप में पानी का सही मात्रा में सेवन बहुत जरूरी है। 

  • दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास सादा पानी पिएं। 

  • इसके साथ नारियल पानी और नींबू पानी जैसे विकल्प भी अपनाएं। ये शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और अंदर से ठंडक देकर दर्द से राहत दिलाते हैं।

7. तिल का सेवन: छोटा बीज, बड़ा लाभ 

तिल एक ऐसा सुपरफूड है जो आयरन, मैग्नीशियम और ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरपूर होता है। 

  • ये तत्व मांसपेशियों को आराम देते हैं और ऐंठन कम करते हैं, इसलिए तिल को पीरियड के दौरान घरेलू उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। 

  • आप तिल के लड्डू बना सकते हैं या तिल को पानी में उबालकर पी सकते हैं। 

  • पीरियड शुरू होने से 3 दिन पहले इसका सेवन शुरू करें। यह शरीर को गर्म रखता है और ब्लड फ्लो को भी बेहतर बनाता है।

blogImage

8. संतुलित, हल्का और पौष्टिक खाना 

फाइबर युक्त और हल्का खाना जैसे दलिया, हरी सब्ज़ियाँ, और ताजे फल पीरियड के दौरान पेट को शांत रखने में बहुत मदद करते हैं। 

  • ये भोजन पाचन को बेहतर बनाते हैं और गैस की समस्या से बचाते हैं। 

  • इसके अलावा, तली-भुनी, प्रोसेस्ड और जंक फूड से बचना जरूरी है क्योंकि ये सूजन और दर्द को बढ़ा सकते हैं।

  •  इसलिए, पीरियड के दौरान हल्का, पौष्टिक और समय पर खाना स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बेहद आवश्यक है।

blogImage

9. चाय और कॉफी से दूरी बनाएं 

कैफीन यूटेरस की सिकुड़न को बढ़ा सकता है, जिससे मासिक धर्म के दौरान दर्द और बेचैनी अधिक हो जाती है। इसलिए पीरियड में पेट दर्द का घरेलू उपाय के रूप में चाय और कॉफी से दूरी बनाना सबसे अच्छा होता है। इसके स्थान पर आप हर्बल चाय, सौंफ पानी या तुलसी की चाय का सेवन कर सकते हैं। ये न केवल दर्द को कम करते हैं, बल्कि शरीर को डिटॉक्स भी करते हैं और आपको ताजगी महसूस कराते हैं।

10. हल्की मालिश और पूरा आराम 

लैवेंडर, नारियल या तिल के तेल से की गई हल्की मालिश पीरियड के दर्द को काफी हद तक कम कर सकती है। पेट के नीचे सर्कुलर मोशन में हल्के हाथों से मालिश करें। यह मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है। साथ ही, पर्याप्त नींद और आराम भी बेहद जरूरी हैं। तनाव मुक्त माहौल और थोड़ी सी देखभाल आपको मासिक धर्म में दर्द से काफी हद तक राहत दे सकती है।

दर्द से राहत केवल तात्कालिक नहीं होनी चाहिए—Gynoveda की साइंटिफिकली टेस्टेड आयुर्वेदिक दवाएं पीरियड्स को सामान्य करने में मदद करती हैं। अभी जानें कैसे|

क्यों होता है पीरियड का दर्द? (वैज्ञानिक कारण)

क्या हर महीने मासिक धर्म में दर्द आपका दिन खराब कर देता है? जानिए इसका असली कारण क्या है। जब पीरियड आता है, तब यूटेरस की मांसपेशियाँ गर्भाशय की परत को बाहर निकालने लगती हैं। इस प्रक्रिया में जो सिकुड़न होती है, वही दर्द का कारण बनती है। इस दर्द को वैज्ञानिक रूप से Dysmenorrhea कहा जाता है। इसके पीछे एक हार्मोन होता है जिसे Prostaglandins कहते हैं। अगर यह हार्मोन ज़्यादा मात्रा में बनता है, तो दर्द और भी बढ़ जाता है। इसके अलावा गैस, तनाव, नींद की कमी और खराब खानपान भी दर्द को और गंभीर बना सकते हैं। कुछ महिलाओं को PCOD या फिर अंडाशय की गांठ जैसी बीमारियाँ होती हैं, जिससे यह दर्द और बढ़ सकता है। ऐसे में कई लोग पीरियड के दौरान घरेलू उपचार अपनाते हैं, जो कुछ हद तक राहत दे सकते हैं। लेकिन अगर दर्द बहुत ज्यादा हो, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।


आपकी देखभाल में ये छोटी बातें भी जरूरी हैं


अगर आप हर महीने मासिक धर्म में दर्द से परेशान रहती हैं, तो सिर्फ घरेलू नुस्खे ही नहीं, कुछ छोटी-छोटी आदतें भी बहुत फर्क ला सकती हैं।

  •  सबसे पहले, तनाव को कम करें। रोज़ 10-15 मिनट ध्यान और प्राणायाम करने से मन शांत होता है और दर्द भी थोड़ा कम महसूस होता है।

  •  पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें – हमेशा साफ पैड्स इस्तेमाल करें और हल्के, सूती कपड़े पहनें ताकि कोई इन्फेक्शन न हो। 

  • अपने पीरियड्स को ट्रैक करें, इससे अगर कभी कोई बदलाव हो, जैसे ज्यादा खून आना या बहुत ज्यादा दर्द, तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सकें।

  •  साथ ही, हल्का व्यायाम और 7-8 घंटे की नींद का सही शेड्यूल आपके शरीर को आराम देता है और हार्मोन बैलेंस में मदद करता है। ये छोटी बातें दिखने में आसान लगती हैं, लेकिन असर बहुत बड़ा होता है।


डॉक्टर के पास कब जाएँ?

क्या आपका मासिक धर्म में दर्द इतना ज्यादा होता है कि आप बर्दाश्त नहीं कर पातीं? अगर घरेलू उपायों से भी आराम नहीं मिलता, तो यह चिंता की बात हो सकती है। अगर आपके पीरियड्स बहुत अनियमित हैं या बहुत लम्बे समय तक चलते हैं, तो ये किसी गहरी समस्या का संकेत हो सकते हैं। ऐसे में AMH लेवल की जांच कराना भी जरूरी हो सकता है, ताकि ओवेरियन रिज़र्व की स्थिति स्पष्ट हो सके।

  • जब हर महीने बार-बार यही समस्या हो, तेज़ ब्लीडिंग हो, चक्कर आएं, उल्टी हो या बहुत कमजोरी लगे — तो डॉक्टर से मिलना बहुत ज़रूरी है।

  • अगर आपके पीरियड्स बहुत अनियमित हैं या बहुत लम्बे समय तक चलते हैं, तो ये किसी गहरी समस्या का संकेत हो सकते हैं।

  • ऐसी हालत में देरी करना सही नहीं होता। समय रहते जांच और इलाज कराने से बड़ी परेशानी टल सकती है।

  • अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ न करें। अगर आपकी स्थिति सामान्य से अलग है, तो तुरंत किसी महिला रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। सही सलाह और सही इलाज ही आपको सच्चा आराम दिला सकता है।

अगर आपकी पीरियड प्रॉब्लम्स हर महीने ज़िंदगी रोक देती हैं, तो वक्त है समाधान बदलने का। Gynoveda से आज ही सलाह लें और अपने पीरियड्स को हेल्दी बनाएं|

निष्कर्ष: दर्द को भागाएं, सेहत को अपनाएं

हर महीने का मासिक धर्म कोई सज़ा नहीं है जिसे चुपचाप सहना पड़े। यह एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जिसे समझदारी से मैनेज करना ज़रूरी है। Period pain relief in Hindi के इन घरेलू उपायों को अपनाकर आप दर्द से काफी हद तक राहत पा सकती हैं। गरम पानी की थैली हो, तुलसी-अदरक की चाय हो या हल्दी वाला दूध—ये नुस्खे न केवल असरदार हैं, बल्कि पूरी तरह सुरक्षित भी हैं।शरीर की ज़रूरतों को पहचानें, सही खानपान और दिनचर्या को अपनाएं, और हर महीने को बिना तकलीफ के जिएं। याद रखें, दर्द को नजरअंदाज करना समाधान नहीं है। अगर दर्द बढ़ता जाए, तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।इन सरल उपायों और थोड़ी सी देखभाल से आप ना सिर्फ पीरियड्स को आसानी से झेल सकेंगी, बल्कि अपनी सेहत को भी मजबूत बना पाएंगी। अब समय आ गया है कि दर्द से डरने के बजाय उसे समझें और अपने शरीर का साथ दें। अगर आपको बार-बार अनियमित पीरियड्स और तेज़ दर्द की समस्या रहती है, तो यह समय है गंभीरता से सोचने का। जानिए क्या PCOS का इलाज संभव है? और उसे प्राकृतिक तरीकों से कैसे कंट्रोल किया जा सकता है।


और अधिक जानें

पीसीओडी (PCOD) कैसे होता है? कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक इलाज
PCOS/PCOD

पीसीओडी (PCOD) कैसे होता है? कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक इलाज

Read More...
पीरियड पेन से आराम पाने के 15 उपाय (Period Pain Relief Tips in Hindi)
Sexual Health

पीरियड पेन से आराम पाने के 15 उपाय (Period Pain Relief Tips in Hindi)

Read More...
7 Days PCOS Diet Chart: Foods to Eat and Avoid
Nutrition

7 Days PCOS Diet Chart: Foods to Eat and Avoid

Read More...
PCOS Treatment in Ayurveda: Complete Guide
PCOS/PCOD

PCOS Treatment in Ayurveda: Complete Guide

Read More...

Frequent Asked Questions

नहीं, बहुत ज़्यादा मासिक धर्म में दर्द सामान्य नहीं होता। अगर period pain relief in Hindi उपायों से राहत न मिले तो डॉक्टर से सलाह लें। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।

हाँ, हल्का वर्कआउट जैसे योग या स्ट्रेचिंग मासिक धर्म में दर्द को कम करने में मदद करता है। ये एक अच्छा period pain relief in Hindi तरीका है और शरीर को सक्रिय रखता है।

नहीं, मासिक धर्म में दर्द किसी भी उम्र की महिला को हो सकता है। कई बार यह हार्मोनल बदलावों के कारण होता है, खासकर जब अविवाहित लड़कियों में PCOS के लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में पीरियड के दौरान घरेलू उपचार राहत दे सकते हैं।

पीरियड्स के समय ठंडी चीज़ें खाने से कुछ महिलाओं को ज्यादा मासिक धर्म में दर्द हो सकता है। बेहतर है कि आप पीरियड के दौरान घरेलू उपचार अपनाएं और गर्म चीजें खाएं।

हाँ, आयुर्वेदिक उपाय जैसे हल्दी वाला दूध, तुलसी-अदरक चाय आदि period pain relief in Hindi के लिए असरदार होते हैं और पीरियड के दौरान घरेलू उपचार का सुरक्षित तरीका हैं।

हाँ, सही पोजीशन में सोना मासिक धर्म में दर्द को कम कर सकता है। भ्रूण मुद्रा में सोना एक आसान period pain relief in Hindi तरीका है जो आराम पहुंचाता है।

अगर दर्द बहुत ज्यादा हो, तो सीमित मात्रा में पेन किलर लेना ठीक है। लेकिन बार-बार ना लें। पहले पीरियड के दौरान घरेलू उपचार अपनाएं और डॉक्टर से सलाह लें।

हाँ, पीरियड्स में नहाना चाहिए। गुनगुने पानी से नहाने से मासिक धर्म में दर्द कम होता है और यह एक आसान period pain relief in Hindi उपाय भी है।

हाँ, जंक फूड में नमक और फैट ज्यादा होता है जो सूजन बढ़ाता है और मासिक धर्म में दर्द को तेज़ करता है। इसलिए पीरियड के दौरान घरेलू उपचार और संतुलित खाना अपनाएं।

कुछ महिलाओं को सेक्स के दौरान एंडॉर्फिन रिलीज़ होने से मासिक धर्म में दर्द में राहत मिल सकती है। लेकिन ये सबके लिए सही नहीं। Period pain relief in Hindi के अन्य उपाय भी अपनाएं।

बेबी प्लान कर रहे हैं?

भारत की पहली आयुर्वेदिक फर्टिलिटी क्लिनिक

20,000+ दंपतियों ने यहाँ से खुशख़बरी पाई

13,000+ माता-पिता ने हमें 4.6/5 रेटिंग दी

Gynoveda can help you find the nearest clinic

भारत भर में गाइनोवेदा के साथ सफलता की कहानियाँ

PCOS Warrior to Proud Mom: Sandhya’s Ayurvedic Success
Sandhya Kamble, 30 years
Photographer- Wedding Shoot, Baby shoot
Residence
Pune
Wife of Subham Kamble, 29 years
Sr. Sales Manager - Real Estate
Consuming Gynoveda Since
11 months
Medical History
PCOS, Irregular periods, Unhealthy Weight
Trying to Conceive Since
1 year
Sandhya, a photographer from Pune, had been battling PCOS for 15 years, enduring the frustration of irregular periods. On May 15, 2022, she got married, but her struggles intensified as she gained nea...

आज ही गाइनोवेदा से बात करें

गाइनोवेदा ही क्यों

Editorial Policy Shield

और अधिक जानें

हम आपको प्रमाणिक, भरोसेमंद और प्रासंगिक जानकारी देते हैं

एडिटोरियल पॉलिसी पढ़ें
IVF के बिना गर्भधारण चाहते हैं?