पीरियड्स जल्दी लाने के 10 घरेलू उपाय: आसान और सुरक्षित

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Reviewed by Dr. Priyanka Tekale(MD Ayurveda, Panchkarma)
आखिरी अपडेट 26 Jun 2025 12:37 am (IST)
पीरियड्स जल्दी लाने के 10 घरेलू उपाय: आसान और सुरक्षित

क्या आपका पीरियड समय पर नहीं आता और आप इसे जल्दी लाने का तरीका ढूंढ रही हैं? पीरियड लेट होना एक आम समस्या है, जो तनाव, खानपान, हार्मोन असंतुलन या खराब लाइफस्टाइल के कारण हो सकता है। खासकर शादी, यात्रा या त्योहार से पहले महिलाएं चाहती हैं कि पीरियड समय से आ जाए। इस लेख में जानिए 10 आसान, असरदार और सुरक्षित घरेलू उपाय जो पीरियड जल्दी लाने में मदद करेंगे।

नोट: यदि आपकी माहवारी बार-बार अनियमित होती है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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यह 10 घरेलु उपचार आपको डेट से पहले पीरियड्स लाने में मदद करेंगे (10 Best Home Remedies to Get Early Periods)

क्या आप किसी खास दिन से पहले पीरियड्स लाना चाहती हैं? दवाइयों की बजाय अपनाएं ये 10 असरदार घरेलू उपाय। ये प्राकृतिक, सुरक्षित और आसान हैं। जानिए कैसे हल्दी, अदरक, पपीता जैसे तत्व आपके हार्मोन संतुलन को सुधारकर पीरियड्स जल्दी लाने में मदद कर सकते हैं। ये उपाय सरल, किफायती और आमतौर पर सुरक्षित होते हैं, लेकिन इन्हें अपनाने से पहले शरीर की प्रकृति और स्वास्थ्य को ध्यान में रखना चाहिए।

यहाँ हम 10 ऐसे प्रभावशाली घरेलू उपायों की जानकारी दे रहे हैं जो डेट से पहले पीरियड्स लाने में आपकी मदद कर सकते हैं।


1. हल्दी वाला दूध (Haldi Wala Doodh)

हल्दी वाला दूध पीरियड्स को समय से पहले लाने के लिए एक प्रभावी घरेलु उपाय माना जाता है। 

  • हल्दी में मौजूद करक्यूमिन गर्भाशय को उत्तेजित करता है और रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे माहवारी जल्दी शुरू होने में मदद मिलती है। 

  • रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीना लाभदायक होता है। यह मिश्रण ब्लड प्यूरिफिकेशन में मदद करता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। 

  • हल्दी वाला दूध आयरन से भरपूर होता है, जो एनीमिया से बचाता है और शरीर में हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।


2. अदरक की चाय (Adrak Ki Chai)

अगर आप पीरियड्स जल्दी लाने की कोशिश कर रही हैं, तो अदरक की चाय आपका असरदार साथी बन सकती है। यह एक नैचुरल यूटराइन स्टिमुलेंट है जो रक्त प्रवाह बढ़ाता है और पीरियड्स को ट्रिगर करता है।  यह दर्द और ऐंठन को भी कम करता है। पीरियड दर्द से राहत के घरेलु उपाय भी जानें जो आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

  • अदरक में मौजूद ऐंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द और ऐंठन को भी कम करते हैं। 

  • रोज सुबह एक कप ताज़ी अदरक की चाय पीना न केवल पीरियड लाने में मदद करता है, बल्कि मूड को भी शांत करता है। इसमें आप थोड़ा गुड़ मिलाकर इसका असर और बढ़ा सकती हैं। यह स्वादिष्ट भी है और पूरी तरह से प्राकृतिक उपाय भी।


3. तिल और गुड़ का सेवन (Til aur Gud ka Sevan)

क्या हर महीने पीरियड्स की अनियमितता, कमजोरी और दर्द आपकी दिनचर्या बिगाड़ देता है? तिल और गुड़ एक असरदार घरेलू उपाय हैं जो पीरियड्स को समय पर लाने में मदद करते हैं। 

  • तिल शरीर में गर्मी बढ़ाता है, जिससे हार्मोन्स एक्टिव होते हैं। गुड़ आयरन से भरपूर होता है, जो खून की कमी को पूरा करता है। साथ में लेने पर ये दर्द, थकान और ऐंठन को भी कम करते हैं। 

  • तिल कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है। ये मिश्रण दिन में एक बार गर्म पानी के साथ लें, असर दिखेगा।


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4. पपीता खाना (Papita Khana)

क्या आप बार-बार लेट होते पीरियड्स से परेशान हैं? हर बार डेट पास आते ही बेचैनी और तनाव बढ़ जाता है? ऐसे में पपीता आपके लिए एक नेचुरल समाधान हो सकता है। 

  • कच्चा पपीता गर्भाशय की मांसपेशियों को सक्रिय करता है और ब्लड फ्लो बढ़ाता है, जिससे पीरियड्स समय पर आ सकते हैं। 

  • रोजाना एक कटोरी कच्चा पपीता या उसका जूस पीने से हार्मोन बैलेंस में मदद मिलती है। यह उपाय न केवल आसान है बल्कि बिना साइड इफेक्ट्स के भी है। 

  • ध्यान रखें—गर्भवती महिलाएं इससे बचें। पपीता, अगर सही समय पर खाया जाए, तो चमत्कारी साबित हो सकता है।


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5. अनानास का रस (Pineapple Juice)

अगर आप चाहते हैं कि पीरियड्स समय से पहले आएं और दर्द भी कम हो, तो अनानास का रस आपका प्राकृतिक समाधान हो सकता है। 

  • इसमें मौजूद ब्रोमेलिन एंजाइम गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम देता है और ऐंठन कम करता है।

  •  यह सूजन को भी घटाता है, जिससे आपको राहत मिलती है। 

  • 25-50 मिली अनानास रस में एक चम्मच शहद और अदरक का रस मिलाकर पीने से जल्दी असर दिख सकता है।

  •  अनानास विटामिन C, B और मैग्नीशियम से भरपूर होता है जो शरीर को ऊर्जा देता है। नियमित सेवन लाभदायक हो सकता है।


6. अजवाइन पानी (Ajwain Pani)

अगर आप चाहते हैं कि पीरियड्स समय पर और दर्द रहित आएं, तो अजवाइन पानी एक सरल लेकिन असरदार घरेलू उपाय है। 

  • इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं, जिससे पीरियड्स जल्दी आने में मदद मिलती है। 

  • रोज़ सुबह खाली पेट अजवाइन पानी पीने से पेट दर्द, ऐंठन और सूजन में राहत मिलती है। 

  • यह मांसपेशियों को आराम देकर पीरियड्स को नियमित करता है। साथ ही पाचन बेहतर होता है और वजन भी नियंत्रण में रहता है। 

  • एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन उबालें, छानकर पिएं। यह उपाय प्राकृतिक और सुरक्षित है।

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7. मेथी का पानी (Methi Ka Pani)

अगर आप पीरियड्स समय पर लाना चाहती हैं और हार्मोनल असंतुलन से परेशान हैं, तो मेथी का पानी एक असरदार घरेलू उपाय हो सकता है। मेथी में मौजूद प्राकृतिक गुण हार्मोन को संतुलित करते हैं और पीरियड्स को नियमित करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही PCOS डाइट चार्ट को अपनाना भी हार्मोन बैलेंस के लिए फायदेमंद हो सकता है।

  •  मेथी में मौजूद प्राकृतिक गुण हार्मोन को संतुलित करते हैं और पीरियड्स को नियमित करने में मदद करते हैं। 

  • एक चम्मच मेथी दाने रातभर पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट छानकर पिएं। 

  • इससे पेट दर्द, सूजन और पीरियड्स ब्लोटिंग में राहत मिलती है। 

  • मेथी का एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द और जलन से राहत देता है। यह उपाय प्राकृतिक, सुरक्षित और सरल है — ज़रूर आज़माएं।


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8. गर्म पानी से स्नान (Garam Pani Se Snan)

क्या आपके पीरियड्स समय पर नहीं आ रहे? तो आज ही गर्म पानी से स्नान को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। यह उपाय न सिर्फ आपको राहत देता है, बल्कि पीरियड्स लाने में भी मदद करता है। 

  • गर्म पानी नसों को शांत करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे यूट्रस पर सकारात्मक असर होता है। यह मांसपेशियों को आराम देकर दर्द, क्रैम्प्स और सूजन को कम करता है। 

  • नहाने के बाद हल्का स्ट्रेचिंग या योग करना प्रभाव को और बढ़ा देता है। यह उपाय नेचुरल है, आसान है और बेहद असरदार भी।


9. योग और हल्का व्यायाम (Yoga aur Halki Exercise)

अगर आपकी पीरियड्स डेट नज़दीक है और आप चाहते हैं कि वे जल्दी आ जाएं, तो योग और हल्का व्यायाम एक प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय हो सकता है।

  •  भुजंगासन, पवनमुक्तासन और सुप्त बद्ध कोणासन जैसे आसन हार्मोनल संतुलन सुधारने में मदद करते हैं। 

  • रोजाना 20-30 मिनट योग करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और यूट्रस को उत्तेजना मिलती है। 

  • पीरियड्स के शुरुआती दिनों में तीव्र प्राणायाम और उल्टे आसनों से बचें। हल्के योग से ऐंठन और पेट दर्द में राहत मिलती है, जिससे शरीर और मन दोनों को सुकून मिलता है।


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10. अजवाइन-हल्दी काढ़ा (Ajwain-Haldi Ka Kada)

अगर आप पीरियड्स समय पर लाना चाहती हैं और साथ ही शरीर को डिटॉक्स करना चाहती हैं, तो अजवाइन-हल्दी काढ़ा एक असरदार घरेलू उपाय है। 

  • यह काढ़ा न सिर्फ पीरियड्स को रेगुलर करता है, बल्कि क्रैम्प्स, थकान और मूड स्विंग से भी राहत देता है। एक गिलास पानी में 1 चम्मच अजवाइन और आधा चम्मच हल्दी डालकर उबालें। 

  • जब पानी आधा रह जाए, तो छानकर गुनगुना पिएं। चाहें तो स्वाद के लिए शहद मिला सकते हैं। यह काढ़ा शरीर को गर्मी देता है, ब्लड फ्लो सुधारता है और हार्मोनल बैलेंस को सपोर्ट करता है।

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ज़रूरी सावधानियाँ और सुझाव (Important Tips and Precautions)

अगर आप प्राकृतिक तरीकों से पीरियड्स को जल्दी लाना चाहती हैं, तो यह ज़रूरी है कि आप हर उपाय को समझदारी से अपनाएं। सिर्फ घरेलु नुस्खे अपनाने से ही नहीं, बल्कि कुछ महत्वपूर्ण सावधानियाँ और सुझावों पर ध्यान देना भी बेहद जरूरी है। कई बार हमारी लापरवाही या अति उत्साह हमें फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान दे सकता है। इसलिए इन बातों का ध्यान रखें ताकि आप अपने शरीर को बिना नुकसान पहुंचाए अपनी समस्या का समाधान पा सकें। अगर आपको बार-बार पीरियड में देरी, ओवुलेशन की समस्या या फर्टिलिटी संबंधी संदेह हो, तो AMH लेवल की जांच करवाना एक जरूरी कदम हो सकता है, जिससे आपके ओवरी रिज़र्व की स्थिति का पता चलता है।

हर उपाय को सीमित मात्रा में ही लें 

यह सबसे जरूरी बात है। हल्दी, अदरक, तिल, या अन्य कोई भी घरेलु उपाय यदि अत्यधिक मात्रा में लिया जाए तो यह आपके पाचन तंत्र, हार्मोन्स और शरीर के संतुलन को बिगाड़ सकता है। इसलिए किसी भी नुस्खे को दिन में एक या दो बार से अधिक न लें।

तनाव को कम करें 

 मानसिक तनाव भी पीरियड्स की देरी का एक बड़ा कारण होता है। जब आप लगातार तनाव में रहती हैं, तो शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन बढ़ जाता है, जिससे मासिक धर्म चक्र प्रभावित होता है। योग, ध्यान या गहरी साँसों के अभ्यास से खुद को शांत रखें।

अच्छी नींद और संतुलित खानपान 

 शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया सही ढंग से तभी काम करती है जब उसे पर्याप्त आराम और पोषण मिले। रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद लें और आयरन, विटामिन्स व प्रोटीन से भरपूर भोजन करें।

पीरियड ट्रैकिंग ऐप्स का उपयोग 

 मोबाइल ऐप्स की मदद से आप अपने चक्र को ट्रैक कर सकती हैं और यह जान सकती हैं कि आपकी साइकल कितनी नियमित है। इससे सही समय पर उपाय करना आसान हो जाता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या हर बार पीरियड लेट होने पर घरेलू नुस्खे अपनाना सही है?

हर बार देरी होने पर घरेलू उपाय अपनाना सही नहीं है। बार-बार अनियमितता हार्मोनल समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना सबसे जरूरी होता है।

क्या बिना डॉक्टर की सलाह के आयुर्वेदिक दवाएं लेना सुरक्षित है?

आयुर्वेदिक दवाएं प्राकृतिक होती हैं, लेकिन हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति अलग होती है। इसलिए किसी भी दवा को शुरू करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट से परामर्श लेना आवश्यक है।

क्या किशोर लड़कियाँ भी ये नुस्खे अपना सकती हैं?

किशोर अवस्था में हार्मोनल बदलाव सामान्य होते हैं। ऐसे में घरेलू उपाय बहुत हल्के रूप में और माता-पिता की देखरेख में ही अपनाने चाहिए, ताकि कोई दुष्प्रभाव न हो।

क्या आयुर्वेदिक उपाय पीसीओएस (PCOS) जैसी समस्याओं में भी असरदार हैं?

PCOS जैसी समस्याओं में आयुर्वेदिक उपाय सहायक हो सकते हैं, लेकिन यह पूरी तरह इलाज नहीं है। संतुलित खानपान, योग और डॉक्टर की निगरानी जरूरी होती है।

क्या ज़्यादा गर्म चीज़ें खाने से शरीर पर कोई बुरा असर पड़ता है?

अत्यधिक गर्म चीज़ें शरीर की गर्मी बढ़ा सकती हैं जिससे पेट, मुंह या स्किन पर असर हो सकता है। इनका सेवन सीमित मात्रा में और शरीर की प्रकृति के अनुसार करें।

पीरियड लेट होने पर प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए?

अगर आपकी पीरियड डेट को 7 से 10 दिन हो चुके हैं और अब तक पीरियड नहीं आया है, तो आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं। इससे सटीक जानकारी मिलती है साथ ही गर्भवती न होने पर पीरियड्स कितने दिन लेट हो सकते हैं, यह जानना भी जरूरी है।

क्या Gynoveda की दवाओं के सेवन से वजन बढ़ सकता है?

Gynoveda की दवाएं आयुर्वेदिक होती हैं और इनका उद्देश्य हार्मोन बैलेंस करना है। सही डोज में लेने पर वजन बढ़ना आमतौर पर नहीं होता, लेकिन शरीर की प्रकृति मायने रखती है।

क्या शादी से पहले पीरियड अनियमित होना चिंता की बात है?

शादी से पहले पीरियड अनियमित होना हर बार चिंता की बात नहीं है, लेकिन बार-बार ऐसा हो तो हार्मोनल जांच और विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Gynoveda के परिणाम कितने दिनों में दिखाई देते हैं?

Gynoveda की आयुर्वेदिक दवाएं आमतौर पर 30 से 90 दिनों में असर दिखाती हैं, लेकिन यह शरीर की प्रतिक्रिया और समस्या की गंभीरता पर निर्भर करता है।

क्या ये सभी नुस्खे मेनोपॉज़ के बाद भी काम आते हैं?

मेनोपॉज़ के बाद ये नुस्खे पीरियड्स को वापस नहीं ला सकते, लेकिन हार्मोनल संतुलन, शरीर की गर्मी कम करना और मूड सुधारने जैसे लक्षणों में जरूर मदद कर सकते हैं।

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